Thursday, February 16, 2017

सेना प्रमुख पर कांग्रेस का हमला

खान्ग्रेस समेत पूरा बिपक्ष *अल्पसंख्यक* वोटो के लिए अपनी सगी माँ को बेच सकते हैं तो उनके लिए भारत माता के वीर सैनिको की जान क्या औकात है तभी तो सेना प्रमुख के इस बयान की आलोचना कर रहे हैं कि कश्मीर के स्थानीय मुस्लिम युवक सेना के काम में दखलंदाजी न करे । अब इस बात में गलत क्या है?? क्या ऐसा नहीं होता है? क्या जब सेना किसी आतंकवादी को घेरने का प्रयास करती है तो युवक पत्थर फेंकते हैं और कई बार आतंकवादी भाग जाते हैं और कई बार इसी वजह से सेना के कई जवान भी मरे जाते हैं।

यह बयान एक जिम्मेदारी से योग्यता के साथ सेना के प्रमुख तक पहुंचे जनरल ने  दिया है बीजेपी के किसी राज्य सभा के किसी सांसद ने नहीं दिया है। सेना का जनरल किसी जाति या धर्म के खिलाफ कभी कदम नहीं उठा सकता क्योंकि सेना में हर जाति और धर्म के लोग काम करते हैं कश्मीर के ही बहुत से मुस्लिम सैनिक भी सेना में काम करते हैं और आतंकवादी हमलों  में मारे भी जाते हैं। सेना प्रमुख जब यह कहते हैं कि कश्मीर के लोग सेना के काम में हस्तक्षेप ना करे तो वो उन मुस्लिम सैनिको की जान की परवाह भी कर रहे होते हैं जो सेना में काम करते हैं और कश्मीर में तैनात हैं। आज जिन लोगो की वजह से अल्पसंख्यको में गरीबी और अशिक्षा भरी पड़ी है वही लोग सेना प्रमुख के इस बयान का विरोध करते नजर आ रहे हैं।