आज कांग्रेस के महासचिव और दस साल तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे
दिग्विजय सिंह उर्फ़ दिग्गीराजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सोशल मीडिया
पर अपशब्दों का प्रयोग किया है | यह कोई पहली बार नहीं किया है इससे पहले भी
दिग्विजय सिंह कई बार विवादित बयान दे चुके है | वो पाकिस्तान के कुख्यात आतंकवादी
हाफिज सईद को “साहब ” बोल चुके है, मुंबई के दिवंगत पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के हवाले से
यह कह चुके है की उनको चरमपंथी हिन्दू आतंकवादियो से खतरा है , बटाला एनकाउंटर को
फर्जी करार दे चुके है और अपनी पार्टी की ही महिला नेता को “टंच माल” बोल चुके है |
कांग्रेस के नेताओ के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर यह कोई
पहला हमला नहीं है इससे पहले कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने कहा था की
नरेंद्र मोदी मौत के सौदागर है , वो जहर की खेती करते है| यही नहीं कांग्रेस की
उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने भी सर्जिकल
स्ट्राइक के बाद खून का दलाल भी बता डाला
था था |
यह और कुछ नहीं बस कांग्रेस
का राजनैतिक दिवालियापन है | देश के हर भाग में चुनाव हारने के कारण कांग्रेस के
नेताओ में आपस में एक तरह की प्रतिस्पर्धा जैसी है कि कौन नेता अपने बयानों से
नरेंद्र मोदी पर कितना हमला कर सकता है |
दिग्विजय सिंह अपने बयानों के आलावा अपने कार्यो से भी देश को कई बार
शर्मिंदा कर चुके है| उनकी पहली पत्नी के जिन्दा रहते ही उनका अफेयर राज्यसभा टीवी
की पत्रकार अमृता राय के साथ चल रहा था और जब उनसे इस बारे में पत्रकारों ने पूछा
तो पहले तो उन्होंने उक्त रिपोर्टर से कोई सम्बन्ध होना स्वीकार नहीं किया लेकिन
शाम को जब आम्रता ने अपनी फेसबुक वाल पर दिग्विजय और अपनी एक तस्वीर साझा की जिसमे
दिग्विजय अम्रता के साथ आपत्तिजनक मुद्रा में थे तो उन्होंने फिर अपने रिश्ते को
स्वीकार कर लिया |
मई २०१४ के बाद से जब से देश
में नरेन्द्र मोदी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है और उसके बाद उन्होंने जिस प्रकार
अपने आप को एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है, कांग्रेस के नेतृत्व को
यह प्रतीत हो रहा है कि मोदी की पार्टी ने देश की सत्ता पर अपनी जड़ें गहरी जमा लि
है और देश की जनता भी उनको एक सर्वमान्य नेता के तौर पर स्वीकार कर चुकी है |
कांग्रेस का यही डर एक वजह है जिसके कारण इनके नेता एक के बाद एक
हमले कर रहे है | ऐसा इसलिए भी हो रहा है क्योंकि बीजेपी को हिन्दुओं की पार्टी माना
जाता है और इस बार के आम चुनावो ने जिस तरह यह साफ कर दिया कि हिन्दू अपने हितो की
रक्षा करने वाले दल को ही वोट करेगा, कांग्रेस जिसका मिशन ही है की फूट डालो और
राज करो आज के इस परिवेश में अपने को एक दरकिनार की हुयी पार्टी समझ रही है |
लेकिन आज के समय में जब देश का जायदातर वोटर युवा है और विभिन्न
माध्यमो से सोशल मिडिया से जुड़ा
हुआ है , देश में कब क्या हो रहा है इसकी पल-पल की जानकारी उसके पास
है ऐसे में अगर दिग्विजय जैसे नेता जब एक मेहनती प्रधानमंत्री पर हमले करते है तो
वो किसी भी तरह से ना तो अपने वोट बैंक को बदा रहे है और ना ही अपने परम्परागत वोट
बैंक को ही सुरक्षित रख पा रहे है | इस तरह के हमलो पर प्रधानमंत्री द्वारा जवाब न
दिया जाना ना सिर्फ उनके बड़े कद को दिखाता है बल्कि देश की जनता यह भी समझ रही है कि
देश का वास्तव में भला कौन चाहता है यह लोग जो मीडिया में उलटे सीधे बयानबाजी करने
वाले लोग या फिर बिना थके देश की सेवा करने वाले देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र
मोदी|
No comments:
Post a Comment